लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा की व्यवस्था के बारे में सभी अधिकारी प्रयागराज कुम्भ-2019 से सीख लें. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कुम्भ जैसा बड़ा आयोजन इतनी सफलता से हो सकता है, तो कांवड़ यात्रा को भी बेहतर ढंग से सम्पन्न कराया जा सकता है. कांवड़ यात्रा के बाद से ही छठ तक त्यौहारों का एक लम्बा सिलसिला चलने वाला है.
आदित्यनाथ यहां लोक भवन में सावन मास में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलों और मंडलों के पुलिस तथा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे. उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी प्रमुख शिवालयों की साफ-सफाई के साथ-साथ आवश्यकतानुसार वहां बिजली, पानी, सुरक्षा और अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था समय रहते सुनिश्चित करा लें. जरूरत हो तो स्थानीय स्तर पर स्वंयसेवी संगठनों की भी मदद लें.
हेलीकॉप्टर से होगी पुष्प वर्षा
उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों की सुरक्षा की निगरानी हेलीकॉप्टर से करने के साथ ही, उन पर पुष्प वर्षा भी की जाए.
प्लास्टिक, थर्माकोल पर रहेगा बैन
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी सुनिश्चित करा लें की शिवालयों के पास मांस-मदिरा की दुकानें संचालित न हों. प्लास्टिक, थर्माकोल का प्रयोग नहीं होना चाहिए.
CCTV कैमरे से होगी निगरानी
आदित्यनाथ ने कहा कि संवेदनशील स्थानों पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगवाएं, जर्जर तार और पोलों को ठीक करा लिया जाए.
डीजे और माइक पर कोई प्रतिबन्ध नहीं, लेकिन चलेंगे सिर्फ भजन
उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा में पहले की तरह डीजे और माइक पर कोई प्रतिबन्ध नहीं रहेगा. स्थानीय अधिकारी यह सुनिश्चित कराएंगे कि इनसे सिर्फ भजन ही बजे. इसके साथ ही, डीजे की आवाज इतनी ही रहे जितनी कर्ण प्रिय लगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी और एस.एस.पी जेलों का नियमित निरीक्षण करें. आई.जी., डी.आई.जी. और आयुक्त भी जेलों का औचक निरीक्षण करें.